अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा ब्लाॅक के सांगड़ साहू गांव में 14 नवंबर की रात बुजुर्ग महिला गंगा देवी की रहस्यमयी मौत से पूरे इलाके में सनसनी फैली हुई है। गांव के बीचोंबीच स्थित घर में ऐसी परिस्थितियां मिलीं जिन्होंने पुलिस को भी हैरत में डाल दिया। पुलिस जांच में पता चला कि जब लोग पहुंचे तो दरवाजा खुला मिला। कमरे में टीवी चालू था और लाइट बंद थी। भीतर बिस्तर पर गंगा देवी मृत पड़ी थी।
इस मामले में तीन दिन गुजर जाने के बाद भी परिजनों की तहरीर न होने से एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी है। पुलिस अपने स्तर से मामले की कड़ियां जोड़ने में जुटी है। पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि गंगा देवी रोज सुबह पांच बजे उठकर घर का काम शुरू कर देती थीं। लेकिन उस सुबह जब दरवाजा खुला देखकर कोई हलचल नहीं दिखी तो लोग चिंतित हो उठे। उन्होंने घर में जाकर देखा तो अंदर टीवी की आवाज गूंज रही थी। तब गांव से बाहर रह रहे उसके परिजनों को सूचना दी गई।
थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक का कहना है कि परिजनों से तहरीर न मिलने के बावजूद पुलिस गंभीरता से जांच में जुटी है। कई संदिग्ध बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए टीमें बनाई गई हैं।
जांच की दिशा बदलने वाले सुराग
पुलिस का कहना है कि रात में घर का दरवाजा खुला होना और टीवी चालू रहने के बावजूद लाइट बंद मिलना घटना को और रहस्यमय बना रहा है। जांचकर्ताओं का मानना है कि यह स्थिति किसी जल्दबाजी, हड़बड़ी, या मकसद छिपाने की कोशिश की ओर संकेत कर सकती है। गांव में इस हत्या ने भय और बेचैनी का माहौल बना दिया है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही असली अपराधी पकड़ा जाएगा और सच्चाई सामने आएगी।
अकेले बुजुर्गों की सुरक्षा की चिंता
ग्रामीण क्षेत्रों में अकेले रहने वाले बुजुर्गों की सुरक्षा को लेकर पुलिस और प्रशासन दावे तो करते हैं लेकिन जमीनी हकीकत सामने आने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि पुलिस समय-समय पर अकेले रहने वाले बुजुर्गों का हालचाल लेने में वाकई सक्रिय होती तो शायद ऐसी घटना टल सकती थी। गंगा देवी की हत्या ने ग्रामीण सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है।
