
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (MVA) दलों के बीच सीट-शेयरिंग फॉर्मूले पर बातचीत जारी है। इससे पहले ही सहयोगी दल कांग्रेस ने ऐसा कदम उठाया है जिससे गठबंधन में दरार पड़ सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान ने राज्य की सभी 48 लोकसभा सीटों के लिए संभावित उम्मीदवारों के नाम मंगाए हैं। दूसरी ओर, सहयोगी दलों की ओर से यह दावा भी किया जा रहा है कि गठबंधन में सब कुछ ठीक है। शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि सीट बंटवारे को लेकर बातचीत हो रही है। कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार गुट), शिवसेना (यूबीटी) और प्रकाश आंबेडर की वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) सीट-शेयरिंग को लेकर फाइनल स्टेज में हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, बीते बुधवार को महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष नाना पटोले और सीनियर नेता बालासाहेब थोराट नई दिल्ली गए हुए थे। यहां पर इन दोनों की मुलाकात कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सांसद राहुल गांधी से हुई। पटोले ने बाद में राज्य में पार्टी के जिला अध्यक्षों को संभावित उम्मीदवारों के नाम भेजने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने जांच के लिए एमपीसीसी भेजने के लिए भी कहा। कांग्रेस आलाकमान की ओर से उठाए गए इस फैसले को लेकर कई सारे सवाल उठने लगे हैं। अब पूछा जा रहा है कि क्या कांग्रेस महाराष्ट्र में अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी में है? या फिर संभावित उम्मीदवारों के नाम मंगाकर शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की पार्टी पर दबाव बनाने का यह प्रयास है?