उत्तराखंड के मंत्री और विधायक पहाड़ों में जहाँ समय गुजारने से बचते हैं और देहरादून में ज्यादा नज़र आते हैं ऐसे में मुख्यमंत्री की जीवन संगिनी इन दिनों बेहद व्यस्त कार्यक्रमों में पसीना बहाती दिखाई दे रही है। उनके सार्वजनिक कार्यक्रमों में महिलाओं की संख्या ज्यादा नज़र आती है और एक दिन में कई आयोजनों में गीता धामी पहुँच कर राज्य सरकार की उपलब्धियां बता रही है। अचानक उनकी इस सक्रियता से कांग्रेस और भाजपा दोनों ही खेमों में कानाफूसी तेज़ होने लगी है। राजनीती संभावनाओं पर ही की जाती है और आने वाले दिन में उनकी ये सक्रियता किस तरफ जाएगी ये तो आने वाला समय बताएगा लेकिन आइये एक नज़र डालते हैं प्रदेश की सबसे पावरफुल वीवीआईपी महिला गीता धामी के कुछ खास कार्यक्रमों पर –
गीता धामी डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग कॉलेज, टनकपुर में आयोजित “नशा मुक्त जन जागरूकता सम्मेलन” में सम्मिलित हुई। इस दौरान नशा मुक्ति अभियान पर आधारित डॉक्यूमेंट्री एवं नुक्कड़ नाटक देखा। कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराने और समाज को जागरूक करने का आह्वान किया और सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े विशेषज्ञों के साथ नशा मुक्ति पर अपने विचार साझा किए।इस अवसर पर “नशा मुक्त उत्तराखंड” विषय पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को उन्होंने सम्मानित किया। गीता धामी ने कहा कि आइए संकल्प लें कि नशे से दूरी बनाए रखें, दूसरों को भी जागरूक करें और एक स्वस्थ, सशक्त एवं नशा-मुक्त उत्तराखंड के निर्माण में अपना योगदान दें।
गीता धामी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बनबसा (चंपावत) में आयोजित नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ करने पहुंची जहाँ बड़ी संख्या में लोग विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए पहुंचे थे। स्वास्थ्य शिविर में उपस्थित लोगों की आवश्यकता के अनुसार गीता धामी ने व्हीलचेयर, चश्मे, वॉकिंग स्टिक, दवाइयों तथा अन्य आवश्यक चिकित्सा उपकरण भी बांटे
इसके बाद गीता धामी बनबसा (चम्पावत) में आयोजित जेंडर संवेदीकरण कार्यशाला में महिला स्वयं सहायता समूहों की बहनों के साथ संवाद किया। इस दौरान बहनों द्वारा तैयार किए जा रहे विविध हस्तशिल्प, स्थानीय उत्पादों, नवाचारों और स्वरोज़गार की दिशा में उनके सतत प्रयासों को करीब से देखा। कार्यक्रम के दौरान बहनों के द्वारा नमकीन निर्माण, डेयरी कार्य, सौंदर्य सेवाओं, वित्तीय सहयोग सहित विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों एवं उपलब्धियों को सुना और यह भी जाना कि अनेक बहनें आज अपने-अपने हस्तशिल्प और स्थानीय उत्पादों का निर्माण कर स्वरोज़गार के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उनकी कार्यकुशलता, निरंतर सीखने की भावना और लगातार बढ़ती आजीविका वास्तव में प्रेरणादायी है।
गीता धामी ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा ‘लखपति दीदी योजना’, महिला स्वयं सहायता समूहों को बिना ब्याज ऋण उपलब्ध कराने की पहल एवं आर्थिक-सामाजिक सशक्तिकरण हेतु चलाई जा रही विभिन्न योजनाएं वास्तव में जमीनी स्तर पर उल्लेखनीय प्रभाव डाल रही हैं। Sewa Sankalp Foundation की ओर से महिलाओं को उपहार सामग्री भेंट कर प्रोत्साहित भी किया। महिला शक्ति के इस अद्भुत उत्साह, समर्पण और प्रगति को नमन करती हूँ। कार्यशाला में महिलाओं द्वारा किए गए आत्मीय व स्नेहपूर्ण स्वागत से हृदय अभिभूत है। समस्त मातृशक्ति के इस स्नेह, सम्मान और अपनत्व के लिए हृदय से आभार व्यक्त करती हूं।
