

यूकेएसएसएससी की सबसे बड़ी परीक्षा का पेपर लीक प्रकरण प्रदेश में एक बड़े युवा आंदोलन के तौर पर सामने आया। सरकार जतन करती रही, युवा आंदोलन करते रहे…मुख्यमंत्री धामी बीच में आए तो आखिर सबकी मुराद पूरी हो गई।
21 सितंबर को जब पेपर लीक के आरोप लगाते हुए बेरोजगार संघ ने परीक्षा रद्द करने व सीबीआई जांच की मांग उठाई तो किसी को भी ये आभास नहीं था कि अगले सप्ताहभर में क्या होने वाला है। पहले ही दिन मामले में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच के लिए एसटीएफ और देहरादून एसएसपी को पत्र भेजा। आयोग व पुलिस ने पहले दिन बताया कि ये पेपर लीक नहीं बल्कि एक परीक्षा केंद्र पर व्यक्ति विशेष की ओर से की गई कारगुजारी है, लेकिन बेरोजगार संघ ने इसे पेपर लीक बताते हुए पहले ही दिन सचिवालय कूच करने का ऐलान कर दिया।