

हिमाचल प्रदेश में बदले मौसम के बीच सात साल बाद पहाड़ों पर अक्तूबर के पहले हफ्ते में बर्फबारी दर्ज हुई है। चार दिनों से राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है। लाहौल-स्पीति, कुल्लू और चंबा के ऊंचे इलाकों में बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है। कड़ाके की ठंड से लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं। लाहौल में असामयिक बर्फबारी आफत बन गई है। पिछले चार दिनों से लगातार जारी बर्फबारी से सेब से लदे पेड़ों को भारी नुकसान हुआ है। कई जगहों पर सेब के बगीचों में टहनियां टूट गईं और फल भी गिर रहे हैं। बागवानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें पड़ गई हैं। प्रदेश के कई भागों में आज भी बारिश हो रही है। शिमला में भी दोपहर तक रुक-रुककर बारिश जारी रही।
कहां कितनी बारिश-बर्फबारी
24 घंटों के दौरान कुछ स्टेशनों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से 5-6 डिग्री सेल्सियस कम रहा। अधिकतम तापमान अधिकांश स्टेशनों पर सामान्य से 7-14 डिग्री सेल्सियस कम रहा। बीते 24 घंटों के दाैरान नयना देवी में 132.6, सोलन 119.6, बरठीं 78.6, पच्छाद 78.2, मालरांव 75.4, कसौली 68.0, ब्राह्मणी 67.2, मुरारी देवी 65.0, बिलासपुर 64.8, काहू 64.1, धर्मपुर 62.4, बीबीएमबी 57.4, घाघस 55.0, ओलिंडा 48.2 व नगरोटा सूरियां में 47.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं गोंधला में 30.0, केलांग 15.0, हंसा 5.0 और कुकुमसेरी में 3.2 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई।