

दिल की बीमारी इन दिनों तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही हैं। पहले जहां बुजुर्ग की चपेट में आते थे, वहीं अब युवा भी तेजी से कई गंभीर दिल की बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। इसी बीच हाल ही में एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है।
इस रिपोर्ट में पाया गया कि देश के 35 से 45 वर्ष के कर्मचारियों में हार्ट डिजीज का खतरा 70 फीसदी बढ़ गया है। इस रिपोर्ट के लिए 30,000 से ज्यादा कर्मचारियों का डाटा इस्तेमाल किया गया। आइए जानते हैं रिपोर्ट के बारे में विस्तार से-
क्या कहती है रिपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक युवाओं में हार्ट डिजीज के मामलों में 40 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। इसके प्रमुख कारणों में लंबे समय तक तनाव और बिजी वर्क शेड्यूल शामिल हैं। इतना ही नहीं रिपोर्ट में यह भी पता चला कि छोटे शहरों के कर्मचारियों की तुलना में मेट्रो सिटीज में काम कर रहे लोगों को ज्यादा खतरा है, क्योंकि यहां मौजूद 65 फीसदी कर्मचारी रोजाना 30 मिनट से भी काम फिजिकल एक्टिविटी करते हैं।
बिना किसी फिजिकल एक्टिविटी के लंबे समय तक स्क्रीन के सामने बैठे रहने की वजह से मेट्रो सिटीज में काम करने वाले एम्पलाइज की दिल की सेहत के लिए खतरा तेजी से बढ़ रहा है।
क्यों बढ़ रहा हार्ट डिजीज का खतरा?
दिल से जुड़ी बीमारियों की बढ़ोतरी के प्रमुख कारणों में खराब डाइट, एक्सरसाइज की कमी, स्क्रीन का लगातार इस्तेमाल और खराब शेड्यूल शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि ज्यादा मात्रा में प्रोसेस्ड फूड खाने और बिगड़ती स्लीप रूटिंग ने हेल्दी आदतों को तेजी से बिगाड़ दिया है, जिससे युवा एम्पलाइज में दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा और बढ़ गया है।