

सितंबर मध्य में आई आपदा ने मसूरी के पर्यटन व्यवसाय को गंभीर रूप से प्रभावित कर दिया था, जिस कारण लगभग 10 दिन तक यह क्षेत्र पर्यटकों से खाली रहा। इसने न केवल व्यवसायियों, बल्कि स्थानीय निवासियों को भी मायूस कर दिया था। बाजारों और पर्यटन स्थलों पर पसरा सन्नाटा इस निराशा को और बढ़ा रहा था।
हालांकि, इस सप्ताहांत पर मसूरी के बाजार और पर्यटन स्थलों में फिर से रौनक लौट आई है। इससे पर्यटन व्यवसायियों के चेहरों पर खुशी की लहर देखी जा रही है। वर्तमान में केवल छोटे वाहन ही मसूरी आ पा रहे हैं, जिससे देहरादून से यात्रा करने वाले नौकरीपेशा लोगों में नाराजगी है।
प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बड़ी बसों का संचालन नहीं कर पा रहा, क्योंकि कुछ स्थानों पर सड़कें धंस गई हैं, जहां एक समय में केवल एक ही वाहन आ-जा सकता है।
लगभग चार-पांच दिन पहले डेढ़ दर्जन निजी बसें मसूरी पहुंची थीं, जिनका प्रशासन ने चालान भी किया। वर्तमान में टेंपो ट्रैवलर और छोटे चार पहिया वाहनों का संचालन हो रहा है, जबकि रात में वाहनों का संचालन बंद रहता है।
मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि दो अक्टूबर को होटलों में औसतन 35 प्रतिशत आक्युपेंसी रही, जबकि शुक्रवार शाम तक यह 40 से 45 प्रतिशत तक पहुंच गई।
शुक्रवार को भट्टा फाल, कैंपटी फाल, गनहिल, कंपनी गार्डन, जार्ज एवरेस्ट, चार दुकान, धनोल्टी जैसे पर्यटन स्थल पर्यटकों से गुलजार रहे। उन्होंने दीवाली तक पर्यटकों की आमद में वृद्धि की आशा व्यक्त की है।