

साइबर ठगों का तांडव जारी है। दून में बीते 24 घंटे में छह लोगों के साथ कुल 79 लाख रुपये की ठगी सामने आई है। पीड़ितों में एक पुलिसकर्मी भी शामिल हैं, जिन्हें ठगों ने एसबीआई बैंक का कर्मचारी बनकर झांसा दिया था। पुलिस ने सभी मुकदमे दर्ज कर लिए हैं।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि एक शिकायतकर्ता सुखपाल प्रजापति ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत की कि उनकी सोशल मीडिया के माध्यम से एक महिला से बातचीत हुई थी। महिला ने उन्हें बिटकॉइन ऑनलाइन ट्रेडिंग में फौरन और अधिक मुनाफा कमाने का लालच दिया। उसके झांसे में आकर सुखपाल ने विभिन्न बैंक खातों में बीती 29 अगस्त से 19 सितंबर के बीच कुल 50.93 लाख की राशि जमा करा दी। जब वेबसाइट पर लाभ दिखने के बाद पैसे निकालने की बारी आई तो उनकी आईडी ब्लॉक कर दी गई।
कैंट पुलिस ने विजयपुर निवासी वैभव कुमार की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया है। थानाध्यक्ष कमल लूंटी ने बताया कि वैभव की एक साल पहले ऋषिकेश में यूएसए के रहने वाले डाॅ. हैरी रॉबर्ट से मुलाकात हुई थी। उसके बाद रॉबर्ट से फोन पर बातचीत होती रही। उसी रॉबर्ट के फिर भारत आने और एयरपोर्ट पर कस्टम जांच में फंसने का झांसा देकर वैभव को लगातार कॉल की गईं। एक महिला ने खुद को कस्टम अधिकारी बताकर पहले 55 हजार और फिर डॉलर चेंज कराने के बहाने लगभग 44 हजार रुपये अपने खातों में ट्रांसफर करवा लिए। तब ठगी का अहसास हुआ।