हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से सटे क्षेत्र जुन्गा की टिक्कर साइट में चल रहे फ्लाइंग फेस्टिवल के अंतिम दिन का रोमांच चरम पर रहा। फ्लाइंग फेस्टिवल में देश-विदेश से 59 पायलट पहुंचे। यह प्रतियोगिता लीग प्रारूप में आयोजित की गई, जिसमें प्रतिभागियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन उड़ान की ऊंचाई, लैंडिंग की सटीकता और समय के आधार पर किया गया। इस रोमांचक आयोजन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि पायलट 8,000 फीट की ऊंचाई से उड़ान भरते हुए लगभग 5,000 फीट तक उतरते हैं और सटीकता से टारगेट लैंडिंग सर्कल में उतरने का प्रयास करते हैं। जो प्रतिभागी सबसे सटीक लैंडिंग करता है, उसे अधिकतम अंक मिलते हैं।
त्योहारी माहौल के बीच जुंगा का आसमान चार दिन रंग-बिरंगे पैराग्लाइडरों से भरा नजर आया। हर उड़ान के साथ दर्शकों का उत्साह देखने लायक था। स्थानीय लोगों ने भी इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन का भरपूर आनंद लिया। विशेष बातचीत में फेस्टिवल में विभिन्न देशों से आए प्रतिभागियों ने हिमाचल की प्राकृतिक सुंदरता और अनुकूल मौसम की सराहना की है। स्थानीय प्रशासन और पर्यटन विभाग के सहयोग से आयोजित यह आयोजन प्रदेश में एडवेंचर टूरिज्म को नई पहचान दे रहा है। फेस्टिवल के आयोजक अरुण रावत में बताया कि प्रतियोगिता का उद्देश्य हिमाचल को अंतरराष्ट्रीय पैराग्लाइडिंग हब के रूप में स्थापित करना है ताकि भविष्य में अधिक से अधिक विदेशी प्रतिभागी यहां उड़ान भरने पहुंचे। अंतिम दिन स्कूली विद्यार्थी भी पैराग्लाइडिंग देखने पहुंचे।
