Mobile Radiation Effect क्या आप जानते हैं कि जिस फोन को आप हर दम खुद के साथ रखते हैं वही फोन रेडिएशन भी फैलाता है? अगर नहीं तो एक ऐसा तरीका भी है जिससे आप इस बात का बेहद ही आसानी से पता लगा सकते हैं कि आपका फोन कितना रेडिएशन फैला रहा है? स्मार्टफोन पर हम लोग इतने ज्यादा निर्भर हो गए हैं कि अब बिना स्मार्टफोन के जिंदगी अधूरी सी लगती है. किसी से फोन पर बात करनी हो, पेमेंट करना हो या फिर इंटरनेट पर कुछ सर्च करना हो, मोबाइल हर वक़्त साये की तरह हमारे साथ रहता है. लेकिन बहुत फायदा पहुंचा रहा मोबाइल आपकी सेहत का सबसे बड़ा दुश्मन भी बन सकता है.
भारत में SAR वैल्यू की एक सीमा है, तय सीमा के मुताबिक फोन का रेडिएशन लेवल 1.6 वॉट प्रति किलोग्राम (W/kg) से ज्यादा नहीं होना चाहिए। अगर आपके फोन की कीमत इस सीमा से ज्यादा है तो इसका मतलब है कि आपका फोन सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। हम सभी स्मार्टफोन पर इस कदर निर्भर हो गए हैं कि अब हालात ऐसे हैं कि स्मार्टफोन के बिना जिंदगी अधूरी लगती है।
शायद आप में से कुछ लोगों को पता होगा कि फोन से रेडिएशन निकलता है, जबकि कुछ लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होगी। क्या आप जानते हैं कि हर स्मार्टफोन रेडिएशन फैलाता है? मोबाइल फोन से निकलने वाले रेडिएशन को रेडियो फ्रीक्वेंसी (आरएफ) रेडिएशन भी कहा जाता है। नया फोन खरीदते समय कोई भी फोन के रिटेल बॉक्स को पढ़ने की जरूरत नहीं समझता है, लेकिन आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि फोन के रिटेल बॉक्स पर लिखा होता है कि आपका फोन कितना रेडिएशन करता है।
मोबाइल रेडिएशन को कैसे मापा जाता है?
फोन से निकलने वाले रेडिएशन को SAR वैल्यू में मापा जाता है, SAR का मतलब स्पेसिफिक अब्जॉर्प्शन रेट होता है। अगर आपके पास फोन बॉक्स नहीं है तो आपके मन में यह सवाल उठ सकता है कि क्या यह पता लगाना संभव नहीं है कि मोबाइल कितना रेडिएशन फैला रहा है? इसका उत्तर यह है कि इसका पता लगाया जा सकता है और आपको यह जानकारी बहुत आसानी से मिल सकती है। इसके लिए आपको बस फोन में एक कोड डालना होगा। अपने फोन की SAR वैल्यू पता करने के लिए आपको सबसे पहले फोन का डायल पैड खोलना होगा, डायल पैड खुलने के बाद आपको *#07# कोड डायल करना होगा। इस कोड को डालते ही आपकी स्क्रीन पर एक पॉप-अप आएगा जिसमें लिखा होगा कि फोन की SAR वैल्यू कितनी है।