Basantotsava 2024 अगर आप प्रकृति प्रेमी है , अगर आपको रंगबिरंगे दिलकश फूलों और रोमांटिक बना देने वाले बेहतरीन गुलाबों से मोहब्बत है तो चले आइये देहरादून में राजभवन के बसंतोत्सव में जो आज 1 मार्च से शुरू हो रहे तीन दिन तक आपकी मेज़बानी करेगा जहाँ वसंतोत्सव-2024 का आगाज़ हो रहा है। जहाँ फूलों की खुशबु और कुदरत के रंगीन नज़ारों की पूरी शृंखला आपका इंतज़ार कर रही है।
फूलों की बेहतरीन वैरायटी यहाँ मिलेगी Basantotsava 2024
इस वसंतोत्सव के प्रचार-प्रसार के लिए फूलों से सुसज्जित दो वाहन पूरे देहरादून शहर में महोत्सव का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं ताकि आपको भी इस शानदार आयोजन की सुचना मिल सके और आप यहाँ आने का प्लान बना सके। लिहाज़ा पहला प्रचार वाहन देहरादून से सेलाकुई और दूसरा देहरादून से डोईवाला सहित पूरे देहरादून शहर में भ्रमण कर पुष्प-प्रदर्शनी हेतु लोगों को जानकारी दे रहा है ।
राज्यपाल ने वसंतोत्सव में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी की अपील करते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में आकर यहां पर पुष्प-प्रदर्शनी, प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लें।इस अवसर पर अपर निदेशक उद्यान विभाग डॉ. आर. के. सिंह, संयुक्त निदेशक उद्यान विभाग डॉ. रतन कुमार, उद्यान अधिकारी दीपक पुरोहित सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी इसको कामयाब बनाने में जुटे हैं।
आपको बता दें कि तीन दिवसीय वसंतोत्सव-2024 का शुभारंभ 10ः00 बजे राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) करेंगे। 01 मार्च को दोपहर 01ः00 बजे से सायं 06ः00 बजे तक तथा 02 व 03 मार्च को प्रातः 09ः00 बजे से सायं 06ः00 बजे तक पुष्प-प्रदर्शनी जनसामान्य के लिए निःशुल्क खुली रहेगी।तीन दिवसीय आयोजन में 15 मुख्य प्रतियोगिताओं की श्रेणी में कुल 53 उप श्रेणी हैं, जिनमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार दिये जाएंगे। इस प्रकार कुल 159 पुरस्कार निर्णायक मण्डल के निर्णय के उपरान्त दिनांक 03 मार्च, 2024 को विजेताओं को प्रदान किये जाएंगे।
वहीँ ख़ास बात ये भी है कि इस वर्ष थुनेर को विशेष डाक आवरण जारी किये जाने हेतु चयनित किया गया है। डाक विभाग द्वारा विभिन्न डाक टिकटों की प्रदर्शनी और आर्ट गैलरी के माध्यम से पेंटिंग की प्रदर्शनी भी आयोजित की गई है। इस तीन दिवसीय आयोजन में राज्य के लगभग 35 विभागों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा, जिसमें उद्यान विभाग के अतिरिक्त विभिन्न शोध संस्थान/कृषि विश्वविद्यालय/बोर्ड/निगम आदि प्रमुख होंगे।