congress news नेता वो जो हर वक़्त जनता के बीच दिखे , नेता वो जो पार्टी के कार्यालय में नियमित रणनीति बनाता दिखे , लेकिन शायद दिनेश अग्रवाल की पॉलिटिक्स थोड़ा अलग होती है यही वजह है कि लम्बे समय से खामोश बैठे अग्रवाल की कभी खबर नहीं आती थी लेकिन जब आई तो सुर्खीयां बन गयी। ये सच है कि चुनाव नजदीक आते-आते कांग्रेस बिखरती जा रही है. हाथ का साथ छोड़ने वालों की एक लंबी फेहरिस्त बन रही है. चुनाव के ऐन वक्त पर उत्तराखंड कांग्रेस को एक बार फिर बड़ा झटका भी लगा जब पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल ने पार्टी को त्याग पत्र दे दिया है. माना जा रहा है कि वे भाजपा का दामन थामेंगे। लेकिन अब सवाल ये है कि लम्बे समय से हाशिये पर बैठे अग्रवाल कांग्रेस के लिए कितना बड़ा जनाधार रखते थे क्योंकि धर्मपुर विधानसभा से पिछले चुनाव में हारे और मेयर चुनाव में पार्टी ने मौका दिया तो वहां भी शिकस्त हुयी थी। .
दिनेश अग्रवाल का रिजाइन लेटर आया सामने congress news
पार्टी को ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा !
उत्तराखंड कांग्रेस को हांलाकि पहले से अनुमान था कि ऐसा कोई कदम पूर्व मंत्री उठाने जा रहे हैं लिहाज़ा उन्हें मनाने की भी कोशिशें हुयी लेकिन हुआ वही जो दिनेश को मजूर था। पहले फेज़ में वोटिंग से पहले पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता दिनेश अग्रवाल ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया। बताया जा रहा है कि वे भाजपा में शामिल हो रहे हैं। इसके पहले कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल काफी दिनों में संगठन से नाराज चल रहे थे। उन्हें शनिवार को मनाने की कोशिश की गई, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद दिनेश अग्रवाल ने देर रात कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस छोड़ने से पहले दिनेश अग्रवाल ने भाजपा ज्वाइन करने की अटकलों पर कहा था कि जब सूरज निकलेगा, तब देखेंगे। हांलाकि कांग्रेस में एक वर्ग ये भी मानता है कि चुनावी मौसम में सड़क पर दिखने वाले दिनेश अग्रवाल फुल टाइम पॉलिटिक्स में न दीखते हैं और न उनकी सक्रियता रही है लिहाज़ा पार्टी को ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा।
अगला नंबर किस बड़े नेता , विधायक या पूर्व मंत्री का होगा ?
आम तौर पर पार्टी के मुख्यालय से दूरी बनाकर रखने वाले दिनेश अग्रवाल का इस्तीफा लेटर सामने आया है। उन्होंने उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी को अपना त्यागपत्र भेजा। दिनेश अग्रवाल ने अपने रिजाइन लेटर में लिखा कि महोदय, आपको अवगत कराना चाहता हूं कि मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे रहा हूं। कृपया स्वीकार करने का कष्ट करें। दिनेश अग्रवाल धर्मपुर से तीन बार विधायक रह चुके हैं। वे कांग्रेस सरकार में मंत्री भी थे। दिनेश अग्रवाल के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस को हरिद्वार लोकसभा सीट पर भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। हरिद्वार लोकसभा सीट के तहत आने वाला धर्मपुर सबसे ज्यादा मतदाता वाला विधानसभा क्षेत्र है। वहीँ अग्रवाल को हरीश रावत का भी ख़ास माना जाता था। अब कानाफूसी होने लगी है कि अगला नंबर किस बड़े नेता , विधायक या पूर्व मंत्री का होगा ?