Crime News समाज , युवा और प्यार की खोज में अँधेरे रास्ते पर चलने वालों के लिए ये खबर एक नज़ीर है जहाँ एक महिला पुलिसकर्मी ने लिखा …. मैं अपनी जिंदगी से थक चुकी हूं वो ना तो ठीक से नौकरी करने देता और न ही ठीक से जीने दे रहा है। उसने मेरी पूरी जिंदगी बर्बाद कर दी है। मैं आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो चुकी हूं। अहमदाबाद की सिपाही ने यह लिखकर फांसी लगा ली।गुजरात के अहमदाबाद से एक दिल दहला देने वाली खबर है, जहां एक महिला कांस्टेबल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सिपाही ने मरने से पहले दो पेज का सुसाइड नोट लिखा है। जिसके जरिए अपना दर्द बयां किया है। नोट के मुताबिक, मृतका ने कदम अपने रिक्शा चालक शादीशुदा प्रेमी से तंग आकर उठाया है। वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।
समाज के लिए एक सबक है ये खबर Crime News
मृतका कांस्टेबल की पहचान ललिता परमार के रूप में हुई है, जो कि जिसकी पोस्टिंग अहमदाबाद के पालडी पुलिस स्टेशन में थी। वह पिछले दो महीने से यहां पर ड्यूटी कर रही थीं। लेकिन आरोपी प्रेमी जसवंत राठौर को मृतका की पुलिस की नौकरी करना पसंद नहीं था। वह लगातार ललिता पर नौकरी छोड़ने का दबाव बना रहा था। बताया जाता है कि वो महिला की जासूसी भी करने लगा था। यहां तक कि मानसिक रूप से प्रताड़ित भी करता था। जिसके चलते कांस्टेबल ने यह कदम उठाया है।
19 साल से चल रहा था अफेयर
बता दें कि कांस्टेबल ललिता परमार और आरोपी प्रेमी जसवंत राठौर के बीच पिछले 19 सालों से अफेयर था। दोनों एक ही गांव के रहने वाले थे। बताया जाता है कि जसवंत 10 साल बड़ा और दो बच्चों का बाप था फिर भी ललिता उससे प्यार करती थी। लेकिन आरोपी उस पर शक करने लगा था। उसे लगता था कि सिपाही का कहीं और किसी से अफेयर चल रहा है। इसलिए वो उसे प्रताड़ित करने लगा। जिससे वो तंग आ चुकी थी। बता दें कि आरोपी प्रेमी रिक्शा चलाता था।
मैं मरने के लिए मजबूर हीं…उसने जिंदगी तबाह कर दी…
मृतका ललिता ने अपने सुसाइड नोट में लिखा-मैं अपनी जिंदगी से थक चुकी हूं, मुझसे बहुत बड़ी गलती हुई है जो मैंने उसे प्यार किया। जसवंत मुझे ना तो ठीक से नौकरी करने देता और न ही ठीक से जीने दे रहा है। उसने मेरी पूरी जिंदगी बर्बाद कर दी है। इसलिए अब मुझसे कुछ सहा नहीं जा रहा है और मैं आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो चुकी हूं। सिपाही के इस सुसाइड नोट को पढ़कर परिवार से लेकर पुलिस वाले तक हैरान हैं। ये घटना आज के समाज की बदसूरत तस्वीर को दिखाता है जहाँ लोग हकीकत से आंखे चुराकर भरम पाल कर ज़िंदगी का तानाबाना बुनने की कोशिश में खुद को उलझा लेते हैं जिसका अंत बेहद दर्दनाक होता है।