Dialysis उत्तराखंड की स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार सुधार किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत और स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार पहाड़ों में हेल्थ फेसिलिटीज को पहुंचाने की योजना पर प्रभावी योजनाएं बना रहे हैं जिसका लाभ मरीज़ों को मिलता नज़र आ रहा है। अब डायलिसिस कराने के लिए गढ़वाल क्षेत्र के मरीजों को मैदानी अस्पतालों की दौड़ नहीं लगानी होगा क्योंकि बेस अस्पताल श्रीनगर गढ़वाल में अब दो शिफ्ट में मरीज डायलिसिस करा सकते हैं. जिसका अब चमोली, टिहरी, पौड़ी, रूद्रप्रयाग के दूरस्थ क्षेत्रों से आने वाले मरीजों को लाभ मिल पायेगा. बेस अस्पताल श्रीनगर में छह घंटे के बजाय पूरे 12 घंटे की डायलिसिस सुविधा शुरू कर दी गई है.
69 मरीजो का हुआ अब तक डायलिसिस Dialysis
वहीँ आपको ये भी बता दें कि बेस अस्पताल श्रीनगर गढ़वाल के चमोली, रूद्रप्रयाग, पौड़ी का हायर सेंटर हैं. यहां दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों से मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं. डायलिसिस के मरीजों को पहले डायलिसिस कराने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. 8 से 2 बजे तक ही डायलिसिस होने के चलते कई मरीजों को कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता था. मैदानी इलाकों का रूख करना पड़ता था.
बेस चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताते हैं कि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत के निर्देशन पर डायलिसिस कराने वाले मरीजों की दो शिफ्ट शुरु करा दी गई है. पहले डायलिसिस की सुविधा बेस अस्पताल में सुबह आठ बजे से दो बजे तक होती थी, लेकिन अब दोपहर दो बजे से सायं आठ बजे तक दूसरी शिफ्ट में भी डायलिसिस की सुविधा मरीजों को उपलब्ध हो पाएगी. जिसका लाभ गढ़वाल के पहाड़ी जिलों के मरीज ले सकेगे. हाल ही में बेस अस्पताल में नियुक्त हुए स्थाई नर्सिंग स्टॉफ से कर्मचारियों की संख्या बढने के कारण डायलिसिस की सुविधा दो शिफ्टों में शुरू कर दी गई है. जिसमें अभी तक 69 मरीज विभिन्न क्षेत्रों से डायलिसिस के लिए यहां पहुंच चुके हैं.