spouse exercise अगर आप सेहत के लिए कसरत पर ज्यादा ध्यान देना चाहते है. और कसरत में ज्यादा नतीजे चाहते हैं तो यह हमारी इस मीडिया सर्च की बेहद दिलचस्प खबर को ज़रूर पढ़िए क्योंकि ये रिसर्च आपके काम की हो सकती है. एक रोचक रिपोर्ट में पाया गया है कि ऐसा करने के लिए आपको अपने साथी से ‘दूरी’ बनानी होगी. इस स्टडी में दर्शाया गया है कि जो कपल्स साथ रह कर कसरत करते हैं तो वे उन लोगों से कम एक्टिव रहते हैं जो साथी से अलग कसरत करते हैं उन्हें इसके मुकाबले ज्यादा फायदा होता है।
पति पत्नी अक्सर साथ करते हैं एक्सरसाइज़ spouse exercise
सिंगापुर की नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (एनटीयू) ने 54 से 72 साल की उम्र के बीच के 240 लोगों की फिटनेस को 12 हफ्तों तक ट्रैक किया और नतीजे हासिल किए. इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ह्यूमन- कंप्यूटर इंटरेक्शन में प्रकाशित अध्ययन में शोधकर्ताओं ने बताया है कि जिन लोगों ने अपने जीवनसाथी के साथ इस प्रोग्राम में भाग लिया उनके स्टेप काउंट दूसरों के तुलना में 10 से 15 हजार कम निकले.इस मामले में विज्ञान स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहता है कि ऐसा क्यों हुआ. पिछले अध्ययनों ने पाया कि दूसरों के साथ कसरत करना गतिविधियों को ज्यादा मजेदार बना सकती है. इसके साथ ही इससे जिम्मेदारी बढ़ती है और कसरत करने के लिए अतिरिक्त प्रोत्साहन मिलता है. लेकिन इस रिसर्च के नतीजों ने तो शोधकर्ताओं को चौंका ही दिया.
शोधकर्ताओं का कहना है कि एक साथ कसरत करने वाले कपल्स में कम सक्रियता का संबंध पहले से बनी आदतें और रूटीन आदि होते हैं. उनका कहना है कि दस हजार कदमों का रोज का लक्ष्य दो की जगह एक व्यक्ति के लिए आसान होता है. क्योंकि दोनों को इसके लिए खास समय और तालमेल की कोशिश करनी होती है.
कपल्स के लिए एक साथ समय निकालना और रोज की आदतें बदलने के लिए बहुत सी समय और बदलाव चाहिए होता है. ऐसे में यह कार्य और कठिन और आलस्य भरा हो जाता है. इस अध्ययन के नतीजे बढ़ती बूढ़ी होने वाली आबादी के लिहाज से अहम हैं. रिसर्च में कहा गया है कि बढ़ती उम्र के साथ लोगों को अपने खुद के रूटीन को बदलाव पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए ना के अपने साथी के.लिहाज़ा अगर आप मॉर्निंग वॉक या नाईट वॉक में पत्नी को साथ लेकर जाने वाले हैं तो ज़रा फिर से सोच लीजिये