

Unithiol: भारत में हर साल जहरीले सांप के काटने से 1 लाख 40 हजार लोगों की मौत होती है. इनमें से ज्यादातर मौतें समय पर इलाज न मिल पाने की वजह से होती है, लेकिन केन्या में एक खोज ने अब इसके इलाज को आसान बना दिया है. शोधकर्ताओं का कहना है कि अब घर पर ही लोग आसानी से सांप के जहर को अपने शरीर से खत्म कर सकते हैं.सांप काटने पर अब तक भारत में एंटी वेनम का इस्तेमाल होता रहा है. इसे इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है.
ई-बायोमेडिसिन में छपी एक रिपोर्ट में शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि यूनिथिओल(Unithiol) नामक दवा से सांप के जहर को खत्म किया जा सकता है. अब तक इसका इस्तेमाल अब तक धातु विषाक्तता (Metal poisoning) के उपचार के लिए होता आया है.शोधकर्ताओं का कहना है कि केन्या में 64 लोगों पर इस दवा का प्रयोग किया गया है. इन 64 लोगों ने सांप काटने के बाद यूनिथिओल(Unithiol) का इस्तेमाल किया. 64 लोग तुरंत ठीक हो गए. उन पर सांप का जहर नहीं देखा गया. दिलचस्प बात है कि इस दवा का इस्तेमाल करने के लिए किसी जानकारों की जरूरत भी नहीं है.वहीं इस दवा का इस्तेमाल कम और ज्यादा जहरीला सांपों के काटने के बाद भी किया जा सकता है.
शोधकर्ताओं का कहना है कि सांपों के जहर में मेटालोप्रोटीनेज एंजाइम पाया जाता हैं, जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता हैं. इसके लिए इसे जिंक कि जरूरत होती है, जो ये शरीर से लेता है.यूनिथिओल जिंक को रास्ते से हटा कर जहर फैलने से रोक देता है. शोधकर्ताओं का कहना है कि इस दवा को पानी के साथ भी खाया जा सकता है. साथ ही इसे स्टोर करने के लिए सामान्य तापमान की ही जरूरत है. यानी यह कैप्सूल फॉर्म में आ सकता है.अब तक सांप के जहर को खत्म करने के लिए जितने भी मेडिसिन बनाए गए हैं, उन सभी को रखने के लिए एक जरूरी तापमान की जरूरत होती है. जो दूर-दराज के गांवों में संभव नहीं है. इसी वजह से गांवों में सांप काटने से अधिक लोगों की मौत हो जाती है.
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