Uttarakhand देवभूमि उत्तराखंड के अहम सीमांत जिले पिथौरागढ़ की नैनी सैनी हवाई पट्टी से आज एक दिवसीय हेली दर्शन सेवा का आगाज होगा। सुबह साढ़े नौ बजे नैनी सैनी हवाई पट्टी से पर्यटक आदि कैलाश, ओम पर्वत और ज्योलिंगकांग के लिए उड़ान भरेंगे। एक दिवसीय इस सफल यात्रा के बाद दस अप्रैल से श्रद्धालुओं के लिए यह सेवा सप्ताह के प्रत्येक दिन उपलब्ध होगी। उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उत्तराखंड टूरिज्म की ओर से नैनी सैनी हवाई पट्टी से हेली दर्शन सेवा शुरू की जा रही है। जिसके लिए स्काई वन कंपनी का एक एमआई 17 हेलीकॉप्टर शनिवार को ट्रायल लेंडिंग के लिए दिल्ली के रोहिणी से उड़ान भरकर पिथौरागढ़ की नैनी सैनी हवाई पट्टी पहुंचा।
एक बार में करीब 18 श्रद्धालु एक साथ यात्रा कर सकेंगे Uttarakhand
इस विमान में पंद्रह से बीस सदस्यीय टीम भी पिथौरागढ़ पहुंची है। जिसे पर्यटक आवास गृह पिथौरागढ़ और चंढाक में ठहराया गया है। सोमवार को साढ़े नौ बजे यह टीम एक दिवसीय हेली दर्शन यात्रा के तहत आदि कैलाश, ओम पर्वत और ज्योलिंगकांग के लिए उड़ान भरेगी और वहां के इन पवित्र स्थलों का दर्शन करेगी। सूत्रों के मुताबिक बारह से एक बजे तक यह दल दर्शन कर वापस लौट आएगा। इस सफल यात्रा के बाद दस अप्रैल से नियमित रूप से यह सेवा आरंभ हो जाएगी। इस यात्रा के दौरान एमआई 17 हेलीकॉप्टर में एक बार में करीब 18 श्रद्धालु एक साथ यात्रा कर सकेंगे। पर्यटन विभाग द्वारा शुरू की जा रही इस सेवा के दौरान बाहरी क्षेत्रों से आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के रहने की व्यवस्था चंडाक स्थित मधुर रेंजीडेंसी में की जाएगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सेवा के नियमित संचालन से पिथौरागढ़ जिला पर्यटन के क्षेत्र में नए आयाम तय करेगा।