
Congress on UCC आखिरकार पर्दा उठा और धामी सरकार का बहुप्रतीक्षित ड्राफ्ट सामने आ गया है। जैसे ही यूसीसी का मसौदा एक आकर्षक किताब की शक्ल में सीएम धामी के हाँथ में पहुंचा कयास लगने लगे कि इसी हफ्ते ये ड्राफ्ट विधानसभा सेशन में रखा जायेगा। दिन भर यूसीसी से टीआरपी बटोर रही भाजपा पर शाम होते होते विपक्ष ने भी तगड़ा वार कर दिया है। जहाँ नेता विपक्ष यशपाल आर्य ने इसको सार्वजनिक करने की मांग की तो वहीँ तेज़तर्रार कोंग्रेसी और एआईसीसी के सदस्य व उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने देसाई समिति द्वारा सरकार को यूसीसी पर अपनी रिपोर्ट सौंपे जाने पर पार्टी का रुख साफ करते हुए कहा कि जब तक यूसीसी किस रूप में लाया जा रहा है ये साफ़ नहीं होगा तब तक पार्टी न उसके समर्थन में है न विरोध में
अपने दाग धब्बे छुपाने का प्रपंच है यूसीसी – धस्माना Congress on UCC

बेहद सधे अंदाज और सटीक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए सूर्यकांत धस्माना ने ये भी कहा कि पार्टी का स्पष्ट मानना है कि यूसीसी की मांग न तो जनता कर रही है न ही भाजपा को छोड़ कर कोई राजनैतिक दल या कोई सामाजिक संगठन कर रहा है। बल्कि यह भाजपा का अपने असफल कार्यकाल व अपने भ्रस्टाचार को ढकने के लिए किया जा रहा प्रपंच है।
यूसीसी पर आक्रामक होगा आगामी सत्र
धस्माना ने कहा कि राज्य की जनता प्रदेश के अंदर एक सख्त भू कानून की मांग कर रही है और भाजपा लोगों को यूसीसी का झुनझुना पकड़ा रही है जिसका राज्य की आम जनता से व राज्य के बेरोजगारों की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है। धस्माना ने कहा कि कांग्रेस पार्टी यूसीसी पर अपनी आधिकारिक प्रतिक्रिया यूसीसी का मसौदा सार्वजनिक किए जाने के बाद देगी।
उन्होंने कहा कि राज्य की जनता भर्ती घोटाले की बात करती है , अंकिता भंडारी हत्याकांड के पीछे वीवीआइपी कौन था पूछती है, खनन ,कृषि व अन्य घोटालों के बारे में सरकार से सवाल जवाब करती है और सरकार यूसीसी का राग अलापने लगती है। उन्होंने कहा कि यूसीसी से राज्य का क्या भला होगा इसके बारे में सरकार या भाजपा कुछ बताने को तैयार नहीं है।