dehradun suicide case देश भर में अचानक जब देहरादून के बड़े बिल्डर सत्येंद्र साहनी के कथित सुसाइड की खबर फैली तो हर कोई हैरान रह गया क्योंकि देवभूमि के लिए ऎसी घटना बेहद चौकाने वाली थी लेकिन चौबीस घंटे के अंदर ही अब उत्तराखंड कांग्रेस के बड़े नेता ने बड़ी आशंका ज़ाहिर की है। उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना की माने तो गुप्ता ब्रदर्स को परदे के पीछे से राजनैतिक संरक्षण मिला हुआ था यही नहीं उन्होंने प्रदेश में सफेदपोश माफियाओं की मौजूदगी पर भी सवाल खड़े किये हैं। वहीँ गिरफ्तारी हो गयी , केस भी दर्ज़ हो गया है लेकिन सवाल ऎसी दुखद घटना के होने और उसके असर का है लिहाज़ा सूर्यकान्त धस्माना के ताज़ा बयान के बाद सियासत गर्माती नज़र आ रही है।
हाइ प्रोफाइल गुप्ता बंधुओं की हो उच्च स्तरीय जांच – सूर्यकांत dehradun suicide case
बीते शुक्रवार को राजधानी में देहरादून के जाने माने प्रतिष्ठित बिल्डर सत्येंद्र सिंह साहनी की आत्महत्या के पीछे उनको आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले अजय गुप्ता व अनिल गुप्ता को किन लोगों का संरक्षण प्राप्त है इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए क्यूंकि ये दोनों लोग दक्षिण अफ्रीका में वांछित थे व इनकी गतिविधियां हमेशा संदिग्ध रही हैं और ये अन्य बड़े अपराधों में शामिल हो सकते हैं यह दावा और मांग की है उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने….
तमाम सामाजिक संस्थाओं के संरक्षक के रूप में जनहित के मुद्दों को लगातार उठाने वाले धस्माना ने कहा कि गुप्ता बंधुओं की पहुंच बड़ी राजनैतिक हस्तियों से है और एक जमाने में उत्तराखंड राज्य सरकार में उनको मंत्री का दर्जा व जेड सुरक्षा भी मुहैय्या करवाई गई थी । धस्माना ने कहा कि देहरादून में गुप्ता बंधुओं के घर इनकम टैक्स के छापे व दक्षिण अफ्रीका में उनके खिलाफ कार्यवाही के बावजूद वे भारत व उत्तराखंड तथा उत्तरप्रदेश में लगातार सक्रिय रह कर जिस प्रकार की गतिविधियां कर रहे हैं यह बिना राजनैतिक व प्रशासनिक संरक्षण के संभव नहीं है।
देहरादून की सियासत के दिग्गज नेता सूर्यकान्त धस्माना ने कहा की सत्येंद्र साहनी आत्महत्या पूरे राज्य के लिए एक चेतावनी है क्यूंकि इस वक्त देहरादून व उत्तराखंड में देश व दुनिया के अनेक अपराध जगत के लोग सफेदपोश बन कर बिल्डर व खनन का काम कर रहे हैं । धस्माना ने कहा कि हाल ही में देहरादून में खनन का बड़ा काम बाहर के लोगों की कंपनी को पीछे के दरवाजे से दे दिया गया और इसी रकार जमीनों व बिल्डर का काम भी स्थानीय लोगों के साथ मिल कर अनेक कुख्यात लोग कर रहे हैं इसका एक उदाहरण सत्येंद्र साहनी प्रकरण में सामने आया है। धस्माना ने कहा कि राज्य की सरकार को व पुलिस तथा खुफिया तंत्र को सतर्क रह कर ऐसे लोगों के खिलाफ अपराध घटित होने से पहले करवाही करनी चाहिए अन्यथा किसी भी वक्त कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है।