उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में भी महिलाओं ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया था। आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर का उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने मातृ शक्ति का आवाह्न किया कि इस शुभ अवसर पर राम दीपोत्सव पर्व मनाने के लिए लोगों को जागरूक करने के प्रयास किये जाएं। 22 जनवरी को हर घर दीप जले, हर मंदिर में भगवान राम का गुणगान किया जाए। यह सम्पूर्ण देश के लिये गर्व की बात है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में जो काम हो रहे हैं वे नए भारत की शानदार तस्वीर प्रस्तुत करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं को ’’सुविधा के साथ सुरक्षा भी’’ का सिद्धांत अपनाकर महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। आज गांव-गांव में महिलाओं को घर, शौचालय, गैस, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से जोड़ा गया। उन्होंने कहा कि बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, टीकाकरण और अन्य आवश्यक जरूरतों पर भी सरकार पूरी संवेदनशीलता से काम कर रही है।
आज देशभर में स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं, उत्तराखंड में भी महिला स्वयं सहायता समूहों की बहनों ने प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया है। वर्तमान में देश में लगभग 70 लाख स्वयं सहायता समूह हैं, जिनसे लगभग 8 करोड़ बहनें जुड़ी है, पिछले 6-7 सालों के दौरान स्वयं सहायता समूहों में तीन गुना से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। उत्तराखंड में भी महिला स्वयं सहायता समूहों ने प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया है। महिलाओं में स्वरोजगार का दायरा बढ़ाने तथा आत्मनिर्भर भारत के संकल्प में अधिक से अधिक महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निरंतर प्रयासरत हैं।