Heart Attack Video मौत किसी भी दरवाजे और खिड़की से दाखिल हो सकती है और कभी भी किसी को भी मौत आ सकती है. ऐसा ही कुछ देखने को मिला महोबा के कबरई कस्बे में संचालित एचडीएफसी बैंक शाखा में, जहां बीती 19 जून को बैंक कर्मी की अचानक हार्ट अटैक आने से मौत हो गई. बैंक कर्मी की मौत का वीडियो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. जिसमें कुर्सी में बैठे-बैठे काम करने के दौरान अचानक बैंक कर्मचारी मौत की नींद सो गया. एक सप्ताह पूर्व हुई इस मौत का वीडियो देख हर कोई हैरत में है. आपको बता दें कि 30 वर्षीय हमीरपुर जनपद के बिवांर गांव निवासी राजेश कुमार शिंदे महोबा मुख्यालय में संचालित एचडीएफसी बैंक में एग्री रीजनल मैनेजर के तौर पर कार्यरत था. बीती 19 जून को वह बैंक कार्य हेतु कबरई कस्बे की शाखा पर बैठा अपना काम कर रहा था.
बैंक में सामान्य रूप से चल रहा था काम…Heart Attack Video
11:45 पर अचानक उसे दिल का दौरा पड़ा और इससे पहले कोई कुछ समझ पाता कुर्सी पर बैठा बैठा वह अचेत हो गया. 5 मिनट 25 सेकंड के लंबे इस वीडियो में एचडीएफसी बैंक शाखा में काम करने के दौरान कर्मचारी की हालत बिगड़ने लगी और बैंक में अफरा तफरी का माहौल हो गया. बैंक के अंदर सामान्य रूप से काम चल रहा था ऐसे में अचानक बैंक कर्मचारी की हालत बिगड़ गई साथ में बैठे अन्य कर्मचारियों ने उसकी हालत बिगड़ता देख पानी की छीटें मारे और एक कर्मचारी ने सीपीआर देने का भी प्रयास किया लेकिन उसकी बिगड़ी हालत के बाद उसका शरीर धीरे-धीरे शिथिल पड़ गया.
मामला महोबा के कबरई कस्बे स्थित HDFC बैंक की मेन ब्रांच का है। यहां राजेश कुमार शिंदे (38) रीजनल मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। लैपटॉप पर काम करते-करते वह बेहोश हो गए। कुर्सी पर ही लुढ़क गए। बगल में बैठे कर्मचारी ने जैसे देखा, तुरंत बाकी लोगों को आवाज लगाकर बुलाया।साथी कर्मचारी राजेश को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना से बाकी बैंक कर्मी सदमे में हैं। उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि जो शख्स चंद मिनट पहले बातचीत कर रहा था, वो अचानक इस तरह से मर सकता है। राजेश कुमार शिंदे हमीरपुर के बिवार थाना क्षेत्र के कबीर नगर के रहने वाले थे।वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे कुर्सी पर बैठे-बैठे 38 वर्षीय राजेश शिंदे की हालत बिगड़ने लगती है। फिर वो बेहोश हो जाते हैं। उनकी गर्दन पीछे की तरफ लटक जाती है। साथ में बैठे अन्य कर्मचारी राजेश की बिगड़ती हालत देख दौड़ कर उनके पास आते हैं। एक कर्मचारी सीपीआर देने का प्रयास करता है।
बैंक कर्मचारी राजेश को कुर्सी से उठाकर बैंक की गैलरी में लिटा देते हैं और लगातार उन्हें सीपीआर देते हैं। राजेश का शरीर धीरे-धीरे शांत होने लगता है, जिसके बाद कर्मचारी उन्हें उठाकर बाहर खड़ी कार में लिटाकर कबरई के अस्पताल ले जाते हैं। चेकअप के बाद डॉक्टर राजेश को मृत घोषित कर देते हैं।डॉक्टर योगेन्द्र राजावत ने बताया कि राजेश कुमार नामक बैंक कर्मी को कबरई स्वास्थ्य केन्द्र से रेफर कर महोबा जिला अस्पताल लाया गया। जांच करने पर उसे मृत पाया गया। मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। पोस्टमार्टम में मौत की वजह हार्ट अटैक आई है।