
Uttarakhand aanchal honey अगर चाह हो , नीयत और विजन के साथ बेहतरीन नेतृत्व हो तो आँचल जैसा बदलाव आपको ज़रूर नज़र आएगा। उत्तराखंड के युवा कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा के दूरदर्शी विजन का असर उनके विभागों में दिखाई दे रहा है। कभी अस्तित्व और पहचान के लिए संघर्ष करने वाला आँचल ब्रांड आज प्रदेश में तेज़ी से विस्तार ले रहा है। पहले दूध , फिर आइसक्रीम और अब शहद , लगातार पशुपालकों , दुग्ध व्यवसाइयों और मातृशक्ति को आर्थिक समृद्धि देने के लिए प्रदेश भर में आँचल परिवार से जुड़े व्यवसायियों के लिए अब शहद की मिठास एक नई राह खोलने जा रही है। क्या है पूरी खबर आपको बताते हैं।
आँचल की कायाकल्प कर रहे सौरभ बहुगुणा Uttarakhand aanchal honey

आपको बता दें कि प्रदेश में दूध का कारोबार कर रही उत्तराखंड सहकारी दुग्ध फेडरेशन (यूसीडीएफ) जल्द ही आंचल ब्रांड का शहद भी बाजार उतारेगा। इसके लिए फेडरेशन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। पहले चरण में हरिद्वार जिले में किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) का गठन किया है। जिसके माध्यम से दुग्ध उत्पादक किसानों की दोगुनी आय करने के लिए मौन पालन से भी जोड़ा जाएगा। अब तक एफपीओ ने 450 से अधिक सदस्य बनाए हैं। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शहद की बढ़ती मांग को देखते हुए दुग्ध विकास विभाग ने दूध के साथ शहद के कारोबार में कदम उठाने का निर्णय लिया है।
किसानों को शहद उत्पादन से भी जोड़ा जाएगा अभी तक यूसीडीएफ के माध्यम से आंचल ब्रांड के नाम से दूध का व्यवसाय किया जाता है। दुग्ध सहकारी समितियों से प्रदेश के 52 हजार से अधिक किसान जुड़े हैं, जिनसे प्रतिदिन 2.25 लाख लीटर दूध एकत्रित किया जाता है। इसके बाद दूध को आंचल ब्रांड के नाम से उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जाता है। खुले और पैकेट बंद दूध के साथ ही आंचल मीठी लस्सी, मसाला छाछ, क्रीम, आइसक्रीम, दही, घी, पनीर आंचल ब्रांड के नाम से बिक रहे हैं। इसी कड़ी में अब शहद भी जुड़ जायेगा।
पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने बताया कि जल्द ही आंचल शहद को लांच किया जाएगा। दूध का व्यवसाय करने वाले किसानों को शहद उत्पादन से भी जोड़ा जाएगा। कैबिनेट मंत्री बहुगुणा ने कहा कि इससे किसानों को दोगुनी आय प्राप्त होगी। सौरभ कहते हैं कि , शीघ्र ही विभाग के माध्यम से नेशनल बी बोर्ड को प्रस्ताव भेजा जाएगा। एफपीओ से जुड़े किसानों को मौनपालन के लिए बॉक्स और मधुमक्खी उपलब्ध कराई जाएगी। उम्मीद की जानी चाहिए कि विभागीय मंत्री की इस नई पहल का सीधा फायदा राज्य के व्यवसायियों को बड़े पैमाने पर आर्थिक मजबूती देगा।
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