Virasat Mahotsava देहरादून में चल रहे विरासत महोत्सव 2024 में पहुंचकर भारी संख्या में लोग पूर्ण उत्साह एवं आनंद ले रहे हैं I महोत्सव की शुरुआत सुबह से ही हो जाती है I चौथे दिन की शुरुआत दून इंटरनेशनल स्कूल की छात्राओं द्वारा महोत्सव में आयोजित की गई क्राफ्ट वर्कशॉप में प्रतिभाग कर कागज पर कलाकृतियां की गई I छात्राओं ने यह कलाकृति का हुनर राजस्थान के अलवर से आए राम स्वामी से सीखी I
रुचिरा केदार और इलियाना सिटारिस्टी के सुर ताल Virasat Mahotsava
विभिन्न कलाओं में माहिर माने जाने वाले अलवर के प्रसिद्ध एवं लोकप्रिय कलाकार राम स्वामी अब तक संपूर्ण देश के भिन्न-भिन्न प्रदेशों गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश आदि जगहों पर स्कूलों, मेलों व अन्य स्थान पर अपने आकर्षक हुनर का प्रदर्शन करते हुए बच्चों को कलाकृतियां सिखा चुके हैं विरासत महोत्सव की जगमग एवं झमाझम दुनिया में संध्या का समय होते ही भिन्न-भिन्न सांस्कृतिक कलाकारों द्वारा लोगों का मन मोह लिया जा रहा है I देश, विदेश की विरासत में समाहित इन्हीं सांस्कृतिक हस्तियों द्वारा की जा रही भिन्न-भिन्न प्रस्तुतियां दर्शकों एवं श्रोताओं के मानो दिल पर अपना रंग खूब जमा रही हैं I
केन्द्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा ने सुने गढ़वाली व कुमाऊनी गीत
कुमाऊनी लोक नृत्य एवं संगीत से झूम उठे विरासत में लोग
गीतों के अंदाज़ बने आज की सांस्कृतिक संध्या की रौनक
संस्कृति संध्या की सबसे शानदार प्रस्तुति उत्तराखंड के लोकप्रिय कुमाऊनी कलाकारों ने दी और ब्रह्मकमल संस्कृति कला संगम 20 कलाकारों का एक समूह जिसका नेतृत्व राजीव चौहान ने किया। प्रदीप असवाल ढोलक, जबकि सुरेन्द्र कोहली कीबोर्ड पर और गोविंद शरण ऑक्टोपैड पर संगत दी। प्रदर्शन के लिए मुख्य पुरुष गायक रविन्द्र व्यास और मनोज सावंत रहे, जबकि मुख्य महिला गायक अंजू बिष्ट और सोनम सुरवंदिता रही।समूह लोक संगीत और कुमाऊंनी लोक नृत्य का एक जीवंत प्रदर्शन प्रस्तुत किया। वे अपने प्रदर्शन की शुरुआत जीवंत कुमाऊंनी छपेली से की और पारंपरिक कुमाऊंनी मैथली गीतों के साथ समापन किया।