Digital Arrest Fraud हम आपको अक्सर साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ रहे मामलों की जानकारी देकर अपने पाठकों को जागरूक और सावधान करते हैं जिससे आप सेफ और अलर्ट् रहे क्योंकि अब साइबर अपराधी फ्रॉड के ऐसे तरीके अपना रहे हैं, जिन्हें जानकर आपके भी होश उड़ जाएंगे और कहेंगे इतनी मेहनत अगर इन्होंने पढ़ाई में की होती तो आज ये IAS बन गए होते। स्कैमर्स वारदातों को अंजाम देने के लिए अब एक खास तरह का तरीका अपना रहे हैं, जिसे ‘Digital Arrest’ फ्रॉड कहा जा रहा है।
कहीं आप न हो जाएं डिजिटल अरेस्ट Digital Arrest Fraud
बीते दिनों ऐसा ही एक केस नोएडा से सामने आया है जहां साइबर ठगों ने एक बुजुर्ग महिला को ‘डिजिटल अरेस्ट’ कर लिया और इसके बाद सवा करोड़ रुपये ठग लिए। ऐसे में हम सबके लिए ये जानना ज़रूरी है कि क्या है ये ‘डिजिटल अरेस्ट’ और अगर आप इसमें फंस जाएं तो खुद को कैसे रखें सेफ…‘Digital Arrest’ के बारे में जो लोग नहीं जानते उन्हें बता दें कि ये धोखाधड़ी करने का नया तरीका है, जो इन दिनों साइबर ठग अपना रहे हैं। इसके जरिए जालसाज कभी गैर कानूनी प्रोडक्ट का पार्सल भेजे जाने तो कभी बैंक अकाउंट से इललीगल ट्रांजेक्शन होने की बात कह कर लोगों को पहले डरा देते हैं और बाद में उन्हें ठग लेते हैं।
महिलाओं को बनाते है अपना सॉफ्ट टारगेट
घरेलु महिलाएं हो या कॉलेज की लडकियां , सोशल साइट्स पर सक्रिय रहने वाली लेडीज़ ऐसे क्रिमिनल्स की पहली टारगेट होती हैं जिन्हे ये आसानी से अपने झांसे में लेकर शिकार बना लेते हैं। इतना ही नहीं साइबर ठग मामला दर्ज होने और गिरफ्तारी का भी भय दिखाते हैं। जब कोई इस जाल में फंस जाता है तो ये उस शख्स से पुलिस ऑफिसर बनकर वीडियो कॉल के जरिए बात करते है और उसे उसके घर में ही डिजिटल अरेस्ट कर लेते हैं। अपराधी इस दौरान पीड़ित को वीडियो कॉल से हटने भी नहीं देते और न ही किसी से कॉल पर बात करने देते हैं।
कैसे बचें और कहां करें शिकायत ?
डराने या धमकाने का कोई कॉल आता है तो तुरंत पुलिस को इसके बारे में सूचना दें।
अगर कोई आपको किसी खास एजेंसी का अधिकारी बन बात कर रहा है तो आप उस एजेंसी को कॉल कर मदद मांग सकते हैं
कॉल के दौरान पैसों के लेनदेन की बात न करें। कोई भी पर्सनल डिटेल भी शेयर न करें।
ऐसा होने पर आप 1930 पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।
आप ऑनलाइन www.cyber crime.gov. in पर भी जाकर Help ले सकते हैं।