
UP Police पुलिस विभाग में डिप्टी एसपी के पद पर तैनात साहेब को सिपाही बना दिया गया, विभाग से छुट्टी लेकर और परिजनों को बिना जानकरी दिए होटल में प्रेमिका के साथ मिला था। विभाग की छवि धूमिल करने के आरोप में कार्रवाई हुई है। हालांकि UP में ऐसे पुलिसवालों की कमी नहीं है। उत्तर प्रदेश के डिप्टी एसपी को सिपाही बना दिया गया। कृपाशंकर कनौजिया डिप्टी एसपी रह चुके हैं लेकिन उनका डिमोशन कर दिया गया और सिपाही बना दिया गया। कृपाशंकर पर आरोप है कि उन्होंने विभाग की छवि धूमिल की है। आइये आज हम आपको कुछ ऐसे ही पुलिसवालों की चर्चित और विवादित प्रेम कहानी के बारे में बताते हैं, जो हाल फिलहाल में सुर्खियों में रहे हैं।
पढ़िए कृपाशंकर कनौजिया का गजब केस UP Police
कृपाशंकर कनौजिया छुट्टी लेकर बिना घर वालों को जानकारी दिए गायब हो गए थे। परेशान घर वालों ने पुलिस से गुहार लगाई। उनका फोन सर्विलांस पर लगाए जाने के बाद पता चला कि वह कानपुर में हैं, जब पुलिस पहुंची तो वह अपनी प्रेमिका के साथ होटल में मौजूद थे। इससे विभाग की किरकरी हुई। इसी मामले पर कार्रवाई करते हुए एडीजी ने कनौजिया को डिमोट कर कर दिया।उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में तैनात पुलिस क्षेत्राधिकारी सीईओ सदर विनय सिंह चौहान अपने सरकारी आवास में प्रेमिका के साथ रंगरलियां मना रहे थे, तभी उनकी पत्नी और बेटी पहुंच गई थी। इसके बाद जमकर बवाल हुआ था। सीईओ को सस्पेंड किया गया और फिर मामले की जांच करवाई जा रही है।
चंदौसी में पकड़ा गया कॉन्स्टेबल
चंदौसी से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जिसमें एक कॉन्स्टेबल को उसकी पत्नी ने आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा था और फिर जमकर ड्रामा हुआ था। बताया गया कि विवाद अधिक होने पर पुलिस भी पहुंच गई थी और आरोपी कॉन्स्टेबल, उसकी पत्नी और प्रेमिका को थाने लेकर आ गई थी।राजधानी लखनऊ में आलमबाग थाने पर तैनात दारोगा ने मदद मांगने पहुंची लड़की के साथ अभद्रता की थी। अमरेश सिंह नाम के दारोगा ने मदद के नाम पर पीड़िता को होटल ले जाकर नशीला पानी पिलाकर गलत हरकत की और फिर अश्लील वीडियो बना लिया था। दारोगा की धमकी से परेशान होकर लड़की ने दारोगा के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की थी। मामला पिछले साल का है।
कानपुर के पुलिसवाले सबसे आगे?
कानपुर के पुलिसवालों के आशिक मिजाजी को देखकर अधिकारी भी परेशान हो गए थे, महिलाओं के साथ छेड़खानी और अश्लीलता की खबरें लगातार सामने आ रही थीं। साल 2023 में अधिकारियों ने रंगीन मिजाज पुलिस वालों पर कानूनी और विभागीय कार्रवाई करने का फैसला किया था। हालांकि इसके बाद भी कई पुलिसवालों की हरकतें सामने आईं।
मुरादाबाद का एक रंगीन मिजाज दारोगा पर आरोप लगा कि वो थाने पर तैनात महिला सिपाहियों को रात में व्हाट्सएप कॉल करता था। मनचाही ड्यूटी लगवाने का ऑफर देता था और मिलने का दबाव बनाता था। इसके बाद आरोपी दारोगा को लाइनहाजिर कर दिया गया था। मामले की जांच के आदेश दिए गए थे।नोएडा में एक महिला दारोगा ने SHO पर आरोप लगाया कि अपने साथ ड्यूटी लगवाई और फिर अश्लील हरकत करने लगा। इस मामले पर बवाल बढ़ता देख CP लक्ष्मी सिंह ने जांच DCP महिला सुरक्षा को सौंपी थी।ये तो चंद घटनाएं हैं, उत्तर प्रदेश के रंग मिजाज पुलिसवालों और अधिकारियों के एक से बढ़कर एक मामले हैं, जिन्हें सुनकर हैरानी होना कोई बड़ी बात नहीं है।