Uttarakhand News अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा ने उत्तराखंड के अन्य चार सांसदों को सांसद निधि खर्च करने में सबसे पीछे छोड़ दिया है टम्टा को जितनी धनराशि जारी हुई थी उसके एवज में अगर तुलनात्मक विश्लेषण किया जाये तो वो सबसे अव्वल साबित हुए हैं. टम्टा को केंद्र से 17 करोड़ में से 11 करोड़ 81 लाख 50 हजार रुपये की सांसद निधि जारी हुई है शेष 5 करोड़ 18 लाख 50 हजार की सांसद निधि जारी होना बाकी है। 31 दिसम्बर तक ब्याज के 1 करोड़ 5 लाख 91 हजार मिलाकर टोटल 18 करोड़ 5 लाख 91 हजार की सांसद निधि में से 8 करोड़ 51 लाख 59 हजार की निधि ही खर्च हो पायी है हालंकि अभी भी 9 करोड़ 53 लाख 31 हजार (52.79 प्रतिशत) सांसद निधि खर्च होना बाकी है।
आरटीआई कार्यकर्ता ने मांगी थी उत्तराखंड के सांसदों की सूचना Uttarakhand News
सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट काशीपुर निवासी ने उत्तराखंड ग्राम विकास आयुक्त कार्यालय से इस संबंध में खर्च सम्बन्धी RTI मांगी थी जिसके उत्तर में हेमंती गुंजियाल लोक सूचना अधिकारी/उपायुक्त (प्रशासन) ने सांसद निधि खर्च के दिसम्बर 2023 के जवाब सहित विवरण उपलब्ध कराये हैं जिसमें बतया गया है कि दिसम्बर 2023 के अंत तक की उत्तराखंड के लोक सभा सांसदों की सांसद निधि खर्च का विवरण है।
राज्य में सांसदों की 61 प्रतिशत कुल 54.49 करोड़ की सांसद निधि खर्च होना अभी भी बाकी है।3 सांसदों की, 22.02 करोड़ की सांसद निधि जारी होने को शेष है।पूर्व मुख्यमंत्री तथा पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत की 71.55 प्रतिशत 12.34 करोड़ की सांसद निधि खर्च होनी बची रह गयी है जबकि नैनीताल सांसद अजय भट्ट केन्द्रीय मंत्री की 59.55 प्रतिशत 10.30 करोड़ खर्च नहीं हो पायी है..
अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा की 11 करोड़ 81 लाख 50 हजार तथा टिहरी सांसद माला राज लक्ष्मी की 9 करोड़ 50 लाख की सांसद निधि ही भारत सरकार से जारी हो सकी है। देखा जाये तो मात्र 7 करोड़ 66 लाख रुपये ही हुए सांसद अजय भट्ट को जारी हुए 31 दिसम्बर 23 तक लोकसभा सांसद 17-17 करोड़ रूपये की सांसद निधि भारत सरकार से प्राप्त करने के पात्र है लेकिन हरिद्वार सांसद डा0 रमेश पोखरियाल तथा पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत को ही पूरी 17-17 करोड़ रूपये की सांसद निधि जारी हुई है जबकि नैनीताल सांसद व केन्द्रीय मंत्री अजय भट्ट की केवल 7 करोड़ 66 लाख 40 हजार ही जारी हुए थे .
राज्य के 5 लोक सभा सांसद कुल 85 करोड़ की सांसद निधि प्राप्त करने के पात्र हैं मगर उन्हें पिछली सांसद निधि किस्त के खर्च सम्बन्धी प्रमाण, आडिट रिपोर्ट आदि प्राप्त न होने के कारण 22.02 करोड़ की सांसद निधि 31 दिसम्बर 23 तक जारी ही नहीं हुई है जबकि भारत सरकार से प्राप्त 62.98 करोड़ की सांसद निधि में 3.42 करोड़ का ब्याज जोड़कर कुल 66.4 करोड़ की सांसद निधि में से दिसम्बर 2023 तक 32.47 करोड़ की सांसद निधि खर्च नहीं हो सकी। जिसमें जारी न हुई शामिल की जाये तो कुल 88.42 करोड़ की सांसद निधि जो कुल सांसद निधि का 61.62 प्रतिशत हो रही है जोकि खर्च करने को बची रह गयी है.